Cyber Crimes : मोबाइल Loan Apps के जरिए नागरिकों को आसानी से छोटे-छोटे कर्ज उपलब्ध कराये जाते है. परंतु इसका एक भी हफ्ता समय पर ना भरने पर संबंधित व्यक्ति व रिश्तेदारों को परेशान किया जाता है. उन्हें अश्लील गालीगलौज कर फोटो भेजकर बदनामी की धमकी दी जाती है. बदनामी के डर से अनेक लोग सामने नहीं आ पाते. ऐसे प्रकरणों की पिछले 1 वर्ष में कई शिकायतें पुलिस के साइबर सेल की ओर प्राप्त हुई है.
बता दे कि अनेक नागरिक इस लोन एप का शिकार होकर लाखों रुपये गंवा रहे हैं. ऐसे लोगों से सावधान रहने की अपील साइबर पुलिस ने की है. निजी साहूकार, फाइनांस कंपनी, वाहन, होम लोन जैसी कंपनियों से जनता पहले ही त्रस्त है. इन कंपनियों से आये दिन ग्राहकों को ब्याज के हफ्ते भरने के लिए कहा जाता है. उन्हें कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी जाती है. ऐसी स्थिति में कई बार पीड़ित ग्राहक मोबाइल लोन एप का शिकार बनता है.
आसानी से लोन उपलब्ध होने के कारण लोग ऑनलाइन लोन उठा लेते है. परंतु इसके बाद उन्हें पछताने की नौबत आती है. मोबाइल लोन एप के जरिए कुछ ही मिनट में दस से 20 हजार रुपयों तक लोन उपलब्ध हो जाता है. इस आशय के विज्ञापन फेसबुक, वाट्सएप जैसी सोशल साइट पर आते है.इन बातों से बचने पर ध्यान दें नागरिक: किसी भी मोबाइल लोन एप को प्रतिसाद न दें. कॉन्टैक्ट लिस्ट, गैलरी रखने का प्रकार न करें. गलत जानकारी लेने वालों से बचे. किसी भी प्रकार का संदेह आने पर साइबर सेल से संपर्क करें. किसी भी लोन एप कंपनी से ऑनलाइन व्यवहार करते समय सतर्कता बरतने का आह्वान पुलिस ने किया है.
कर्ज का हफ्ता न भरने पर अश्लील फोटो भेज दिखा रहे हैं बदनामी का डर.
परिणामवश लोन लेने के लिए नागरिक संपर्क करते है. संबंधित व्यक्ति के मोबाइल वैलेट अथवा बैंक खाते में कर्ज की राशि जमा हो जाती है. परंतु इसके बाद एक भी हफ्ता न भरने पर संबंधित कंपनी के लोग पीड़ित तथा उसके परिजनों से संपर्क करते है. उन्हें वॉट्सएप पर संदेश भेजे जाते है. लोन न चुकाने पर धमकी तथा फोटो भेजकर बदनामी का डर दिखाया जाता है. यहां तक की महिलाओं को भी संपर्क कर अश्लील गालीगलौज की जाती है. इससे बचने के लिए लोग कर्ज से अधिक राशि ऑनलाइन अदा कर देते है. इस आशय की कई शिकायतें साइबर पुलिस के पास प्राप्त हुई है. कुछ प्रकरणों में कार्रवाई भी होने की जानकारी है.