सरकार छुपा रही सच जेपीसी की जांच से ही सामने आ सकती है अदानी समूह की सच्चाई.
सरकार छुपा रही सच जेपीसी की जांच से ही सामने आ सकती है अदानी समूह की सच्चाई.
ऑर्गेनाइज्ड क्राइम एंड करप्शन रिपोर्टिंग प्रोजेक्ट’ (ओसीसीआरपी) के अदानी समूह पर लगाए गए ताज़ा आरोपों को लेकर गुरुवार को कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि इस कारोबारी समूह ने सेबी के नियमों का उल्लंघन एवं मुखौटा कंपनियों के माध्यम से भ्रष्टाचार किया है. कांग्रेस पार्टी के महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि अदानी समूह से जुड़े पूरे प्रकरण की सच्चाई संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) के माध्यम से जांच कराने पर ही बाहर आ सकती है.
उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री के पसंदीदा पूंजीपति ने शेल कंपनियों का इस्तेमाल किया है, उनके द्वारा सेबी के सारे नियमों का उल्लंघन हुआ है. इसका खुलासा अखबारों में हुआ है.” इससे पहले, रमेश ने ट्वीट किया, “आज जब 2023 के जी-20 शिखर सम्मेलन के लिए भारत में तैयारी हो रही है तब नवंबर 2014 के ब्रिस्बेन जी-20 शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री मोदी के शब्दों को याद करना ज़रूरी है.
ओसीसीआरपी के ताजा आरोपों को लेकर कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर साधा निशाना.
उस सम्मेलन में उन्होंने ‘मनी लांड्रिंग में शामिल लोगों को ट्रैक करने’, ‘आर्थिक अपराधियों के लिए सुरक्षित पनाहगाहों को खत्म करने और बिना शर्त प्रत्यर्पण करने’ के लिए देशों के बीच सहयोग का आह्वान किया था. अडानी समूह और उसके करीबियों द्वारा भारतीय प्रतिभूति कानूनों का स्पष्ट रूप से उल्लंघन किए जाने से जुड़े खुलासे याद दिलाते हैं कि प्रधानमंत्री के वो शब्दों में कितना झूट था.”
जांच एजेंसियों को शक्तिहीन कर दिया गया: जयराम रमेश.
पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि सरकार ने नियामक और जांच एजेंसियों को पूरी तरह शक्तिहीन कर दिया है. उन्हें गलत कामों की जांच करने के बजाय विपक्ष को डराने के लिए राजनीतिक टूल के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है. नए खुलासे हमें उन 100 से अधिक सवालों के भी जवाब देते हैं, जो कांग्रेस ने ‘हम अदानी के हैं कौन’ के तहत पूछे थे. वे सारे सवाल प्रधानमंत्री के अदानी के साथ संदेहास्पद संबंधों के बारे में थे.