गांव में फैली बाघ की दहशत,कर रहा मवेशियों का शिकार,किसानो में डर का माहौल.
यवतमाल:कुछ दिनों से शहर में हर दिन कहीं न कहीं पर बाघ दिखाई देने की चर्चाएं हो रही हैं. खबर है के बीते शनिवार को अचानक येलाबारा में बाघ ने एक बछड़े का शिकार किया है. दो दिन पहले महगांव खेत परिसर में तेंदुए के पैरो के निशान मिले थे. साथ ही महागांव तहसील में भी एक भैंस के पाड़े को मारकर खाने की घटना हुई थी. कहीं न कहीं हर दिन मवेशी पर हमला करने की घटनाएं हो रही हैं.
मवेशियों के बढ़ते शिकार से ग्रामीणों में वन विभाग के खिलाफ गुस्सा.
पिछले २ सालो से जिले के जंगलो में मानव वन्यजीव संघर्ष काफी बढ़ गया है, जंगली प्राणियों के हमलो की तादाद भी बढ़ी है. जंगली प्राणियों के हमले में पिछले दो सालो में 10 लोगों की मौत और 165 लोग घायल हुए हैं. साथ ही जंगली प्राणियों से पशुपालकों में डर का माहौल पैदा हो गया है. साथ ही कई सारे मवेशियों पर हमला करने की घटनाएं हुई हैं. जंगल में बढते मानवीय हस्तक्षेप, जंगल कटाई, जंगल में जल व भोजन की हो रही कमी, प्राणियों के भटकाव के चलते वन्यजीव बस्ती की ओर बढ़ रहे हैं.
इसीलिए ही मानव व वन्यजीव संघर्ष बढ़ रहा है. पांढरकवडा तहसील के जंगल से लगे हुए टिपेश्वर अभयारण्य में बाघों की संख्या ज्यादा है. बारिश के समय पर तहसील के जंगल जब घना होता है तब उस अभयारण्य के बाघ जंगल में घुमते है. इस पर वन विभाग के स्थायी रूप से उपाय योजना करने की आवश्यकता मेहसुस होने लगी है.
येलाबारा में बाघ ने गाय के बछड़े का किया शिकार.
येलाबारा के किसान प्रवीण बोद्रे की गाय का बछड़ा खेत में घूम रहा था. तब उसका शिकार करने की घटना शनिवार की रात जंगलो से लगे येलाबारा खेत परिसर में हुई. इस घटना की जानकारी वन विभाग को दी गयी, जिसके कारण किसान और गांव के लोग काफी दहशत में है.