चंद्रपुर: वनविभाग यह मनुष्य को ऑक्सीजन देनेवाला विभाग है – Sudhir Mungantiwar. हवा को हम पैसों से नहीं खरीद सकते हैं, इसीलिए वन यह धन से अधिक मूल्यवान हैं. इस आशय के विचार जिले के पालकमंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने रामबाग परिसर में सड़क एवं नाली के निर्माणकार्य के भूमिपूजन अवसर पर व्यक्त किए. कहा कि चंद्रपुर और गढ़चिरोली जैसे वनसंपदा से भरे जिलों की साफ सुथरी हवा के साथ ही अच्छे विचार और अच्छी कृति आचरण में लाने की जरूरत है.
शहर के रामबाग परिसर की सड़कों, नाली समेत अन्य विकासकार्यों के भूमिपूजन कार्यक्रम में ताड़ोबा अंधारी प्रकल्प के क्षेत्रीय संचालक डॉ. जीतेंद्र रामगावकर, भाजपा शहराध्यक्ष राहुल पावडे, लोक निर्माण विभाग के अधीक्षक अभियंता अरुण गाडेगोणे, उपवनसंरक्षक कुशाग्र पाठक, श्वेता बौडू, विभागीय वन अधिकारी प्रशांत खाडे, मुकेश टांगले, संध्या गुरनुले, अंजली घोटेकर, संजय कंचलावार, रवि आसवानी, अरुण तिखे, रवि गुरनुले, मनोज सिंघवी, बी. बी. सिंग, अजय सरकार, संदीप आवारी उपस्थित थे.
पालकमंत्री ने कहा कि बाघों के संरक्षण एवं संवर्धन में प्रदेश वनविभाग देश में प्रथम स्थान पर है. वर्ष 1972 से बाघों के संरक्षण की शुरुआत हुई. समूचे देश में महाराष्ट्र में बाघों की संख्या में तेजी से वृद्धि हो रही है. 6 सर्वोत्कृष्ट व्याघ्र प्रकल्पों में से 3 व्याघ्र प्रकल्प प्रदेश में हैं, यह हमारे वनविभाग के लिए अभिमान की बात है. वनविभाग के कर्मियों की भी उन्होंने प्रशंसा की. इस मौके पर वनविभाग में कार्यरत अधिकारी-कर्मचारियों के परिवार के मेधावी छात्रों को सम्मानित किया. साथ ही जानकारी दी कि वनविभाग के कर्मचारी की ड्यूटी के दौरान वन्यजीवों के हमले में मौत होने पर 10 साल पहले 2 लाख रुपए सहायता मिलती थी लेकिन अब उसे 25 लाख रुपए किया गया है.