बेटा बना हथियारा, ३ माह से प्लानिंग कर,की माँ और भाई की हत्या.
बेटा बना हथियारा, ३ माह से प्लानिंग कर,की माँ और भाई की हत्या.मित्र का लाइसेंस लेकर खरीदी दवा, इंटरनेट से देखा तरीका और अंजाम दी वारदात.
मोर्शी : मां और सगे भाई की सलाइन और खाने में जहरीली दवा देकर हत्या करने वाले सौरभ कापसे (24) को हैदराबाद (तेलंगाना) के एक होटल से 3 सितंबर को गिरफ्तार किया गया. सौरभ को शक था कि उसकी मां नीलिमा कापसे (48), शिवाजी नगर मोर्शी के किसी व्यक्ति के साथ अवैध संबंध थे. छोटे भाई आयुष कापसे (20) को यह बात पता होने पर भी उसके द्वारा यह बात न बताने के कारण सौरभ ने दोनों की जान लेने का षड़यंत्र रचा था.
यह जानकारी एसीबी के प्रमुख किरण वानखड़े ने दी. पुलिस के अनुसार आरोपी सौरभ अमरावती में पीडब्ल्यूडी में तकनीशियन पद पर कार्यरत था.इसने मां और छोटे भाई की हत्या की योजना मई में बनाई थी. इसके लिए उसने इंटरनेट पर हत्या करने के तरीके देखे. इस बात की पूरी जानकारी ली कि कौन-सी दवा कितने दिन में असर करेगी, कितने दिन में मौत हो जाएगी. आरोपी पर चांदुर बाजार पुलिस थाने मे मारपीट का मामला दर्ज है. उसने अपने आधार कार्ड पर नाम और फोटो बदल लिया था. इसी आधार कार्ड को बताकर उसने होटल में रूम लिया था. उसने मां और भाई का मोबाइल बंद कर दिया था.
३ माह पहले की थी कोशिश लेकिन रहा असफल.
सौरभ ने बक्स नाम की दवा मां को खाने में मिलाकर खिलाई थी. लेकिन उसकी मां को कुछ नहीं हुआ. इसके बाद उसने मेडिकल फील्ड के दोस्तों से दवा और कंटेंट की जानकारी ली. अपने एक दोस्त के मेडिकल लाइसेंस के जरिए प्रतिबंधित दवा मंगाकर अपने पास रख ली.
वारदात ऐसे दी अंजाम.
सौरभ की मां मोर्शी पंचायत समिति में ठेकेदारी के तहत काम करती थी. आयुष पढाई करता था. दोनों टिपिन ले जाते थे. 23 अगस्त को उसने दोनों के खाने में प्रतिबंधित दवा मिला दी. दोपहर में खाना खाने के बाद थोड़ी तबीयत बिगड़ने पर सौरभ दोनों को घर ले आया. इसके बाद सलाइन की बोतल घर पर मंगाकर उसमें प्रतिबंधित दवा डालने से दोनों की मौत हो गई.
वारदात अंजाम देकर माँ के खाते से चुराए डेढ़ लाख रूपये.
24 अगस्त को घर से जाने के बाद 25 अगस्त को तिरपाल लेकर आया. जिसमें दोनों शवों को लपेटकर पलंग में रखने के बाद पीछे के दरवाजे में ताला लगाकर अमरावती आ गया. यहां से वह शिर्डी तथा वहां से हैदराबाद चला गया. वहां पर वह एक होटल में नाम बदल कर रह रहा था. घटना की रात ही उसने मां के खाते से करीब डेढ़ लाख रुपए अपने खाते में जमा कर लिए थे.