Nagpur Smart City: सीईओ ने किया गज़ब काम,बिना ₹1 खर्च किए बनाया स्मार्ट सिटी.
Nagpur Smart City : सीईओ ने किया गज़ब काम बिना ₹1 खर्च किए बनाया स्मार्ट सिटी.स्मार्ट सिटी नागपुर के सीईओ पृथ्वीराज बी.पी. ने कहा- जून 2024 तक अधिकाधिक काम पूरा करेंगे.
नागपुर: स्मार्ट सिटी नागपुर के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) पृथ्वीराज बी.पी. ने जून 2024 तक स्मार्ट प्रोजेक्ट अंतर्गत अधिकाधिक काम पूरा करने का दावा किया है. उन्होंने कहा कि पारडी, पुनापुर, भरतवाड़ा और भांडेवाड़ी के 1730 एकड़ में स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के काम किए जा रहे हैं. परिसर में रोड नेटवर्क को 3 फीसदी से बढ़ाकर 13 फीसदी पर ले जाने और 160 उद्यान, स्कूल, सार्वजनिक आरक्षण की जमीनों को विकसित करने पर काम चल रहा है.
220 करोड़ रुपए कीमत की 16 एकड़ जमीन लोगों ने स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के लिए दिए हैं. इसके ऐवज में 60 फीसदी जमीन को विकसित कर देने का काम किया गया. जबकि संबंधित जमीन के लिए स्मार्ट सिटी ने एक रुपए भूधारकों को नहीं दिए हैं.पत्रकारों से चर्चा में सीईओ पृथ्वीराज बी.पी. ने बताया कि लोगों से ली गई जमीन पर अग्निशमन केंद्र, पानी की टंकी सहित जनोपयोगी सुविधाएं विकसित की जा रही हैं. लँड पुलिंग फार्मूले पर जमीन ली गई.
4 पानी टंकी बनकर तैयार हो चुकी है.शहर के प्रमुख चौराहों पर लगे स्मार्ट सिटी के 3700 सीसीटीवी कैमरों की मदद से 3 हजार से अधिक आपराधिक मामलों का निपटारा किया गया. एक हजार करोड़ रुपए में से स्मार्ट सिटी को 350 करोड़ रुपए के करीब मिलना बाकी है. केंद्र से 340 करोड़, राज्य से 171.50 करोड़ और नासुप्र से 100 करोड़ व सिडको से 50 करोड़ रुपए की निधि मिली है. उन्होंने स्पष्ट किया कि जून 2024 के बाद भी स्मार्ट सिटी अस्तित्व में रहेगी.
विभिन्न प्रोजेक्ट के क्रियान्वयन से लेकर उससे कमाई के जरिए तलाशेगी. 1000 किमी के फाइबर ऑप्टिकल नेटवर्क का उपयोग कर कमाई बढ़ाई जाएगी.तीन महीने में तैयार होंगे 150 स्मार्ट ट्रैफिक बूथ (सीईओ पृथ्वीराज बी.पी. ने कहा तीन महीने में तैयार होंगे 150 स्मार्ट ट्रैफिक बूथ): स्मार्ट सिटी के सीईओ के अनुसार धूप, बारिश के दौरान यातायात कर्मियों को राहत देने के उद्देश्य से नागपुर के प्रमुख चौराहों पर 150 स्मार्ट ट्रैफिक बूथ लगाए जा रहे हैं.
चरणबद्ध तरीके से इसकी स्थापना होगी. तीन महीने में संबंधित बूथ को पुलिस को स्थानांतरित कर दिया जाएगा.200 फ्लैट, 20 दुकानें बनकर तैयार (200 फ्लैट, 20 दुकानें बनकर तैयार, दिवाली तक करेंगे वितरण): उन्होंने बताया कि होम स्वीट होम प्रोजेक्ट अंतर्गत 200 फ्लैट और 20 दुकानें बनकर तैयार हो चुकी हैं. दिवाली तक उसका वितरण किया जाएगा. काम अंतिम चरण में चल रहा है. 14 ब्रिज के काम हाथ में लिए गए हैं.
26 किमी रोड का टेंडर निकाला (26 किमी रोड का निकाला टेंडर): टेंडर श्योर अंतर्गत सापोरजी पालोनजी को सड़क निर्माण का काम दिया गया था. लेकिन संबंधित कंपनी ने 26 किमी की सड़क का काम किया गया. व अन्य कामों को मिलाकर 180 करोड़ रु. का भुगतान किया गया. जबकि 160 करोड़ रुपए के 13.50 किमी सड़क का टेंडर निकाला गया है. इसका काम भी शुरू हो चुका है.