Online Shopping से मुश्किल में पड़ा local market.
वर्धा : Online Shopping का ट्रेड दिन-ब-दिन बढ़ रहा है. इससे स्थानीय व्यवसाय पर परिणाम हो रहा है. व्यवसाय ठप होकर बिक्री प्रभावित हो रही है. इसका परिणाम दुकानदारों की आय पर हो रहा है. व्यवसाय व उन पर आधारित माल वाहक वाहनचालक, हाथ गाड़ियां व ऑटो रिक्शा का व्यवसाय भी प्रभावित हो रहा है.
ऑनलाइन से भले ही कुछ लोगों को रोजगार मिला है. लेकिन कई लोग बेरोजगार भी हो गए है. इसका असर परिवार के गुजारे पर हो रहा है. उत्पादन करनेवाले व्यवसायी इसे माल बेचने के लिए बेहतर विकल्प मान रहे है. ऑनलाइन खरीदी का फैसला उन्होंने ग्राहकों पर छोड़ा है.
ऑनलाइन से हो रहा छोटे व्यवसायियों का नुकसान.
बाजार में खरीददारी करने आए ग्राहक किरण पट्टेवार ने बताया कि, अधिक आय वाले ही ऑनलाइन खरीददारी कर रहे है. किसान व सामान्य ग्राहक व विक्रेता देश की अर्थव्यवस्था का केंद्रबिंदु है. लेकिन बड़े व छोटे व्यवसाय में ऑनलाइन ने प्रवेश किया है. इसके कारण छोटे व्यवसायियों का नुकसान हो रहा है.
डिजिटल मार्केटिंग के दौर में अल्प आय वाला ग्राहक आज भी मकान के पास रहनेवाले छोटे दुकान से खरीददारी कर रहा है. राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने गांव की ओर चले कहकर कुटीर उद्योगों को बढ़ावा देने की बात की थी. लेकिन अब व्होकल को ग्लोबल बनाया जा रहा है. इससे गांधीजी का सपना कैसे पूरा होगा.
सामाजिक कार्य में स्थानीय व्यापारियों का योगदान.
ग्राहक अविनाश देशमुख ने बताया कि, ऑनलाइन खरीददारी करने का ट्रेड बढ़ रहा है. लेकिन ऑनलाइन मंगाई वस्तु की गारंटी नहीं है. शहर का पैसा बाहर एक ही व्यक्ति की ओर जा रहा है. इसके कारण बाजार में रुपए का चक्र गया है. शहर के व्यापारी किसी भी सामाजिक व धार्मिक कार्य में योगदान देते है. कोरोना संकट काल में भी स्थानीय व्यापारियों ने नागरिकों की सहायता की है. ऑनलाइन से हम किसी भी प्रकार की सहायता की उम्मीद नहीं रख सकते.
ऑनलाइन ट्रेड के कारण स्थानीय दुकानदारों में भय.
वर्धा शहर के कपड़ा व्यवसायी प्रशांत वाकचवड़े ने बताया कि, ऑनलाइन शॉपिंग के टेड के कारण स्थानीय व्यवसाय समाप्त होने की ओर है. ऑनलाइन में कई वस्तु खराब निकलने के बावजूद ग्राहक ऑनलाइन खरीदी कर रहे है, ऑनलाइन ट्रेड के कारण स्थानीय दुकानदारों में भय का माहौल है. यही सिलसिला चलता रहा तो आगामी समय में स्थानीय दुकानें बंद होने का खतरा उनके सामने नजर आ रहा है.
ऑनलाइन के कारण कपड़ा बाजार तो पूरी तरह से ठंडा पड़ गया है ऑनलाइन बिक्री करनेवाली कंपनियों ने छोटे शहर में सेवा नहीं देनी चाहिए. इसके लिए क्रायटेरिया तैयार करने की आवश्यकता है. शहरों की जनसंख्या के आधार पर ऑनलाइन बिक्री करने की अनुमति देनी चाहिए सरकार ने इसके लिए नियम बनाने चाहिए.
ऑनलाइन खरीददारी से बिक्री पर हो रहा विपरीत परिणाम.
मुख्य बाजार स्थित सिटी आई प्लस ऑप्टीकल के मोहम्मद अथर ने बताया कि, ग्राहक अब ऑनलाइन फ्रेम व गॉगल्स मंगा रहे है. इसके कारण बिक्री पर विपरीत परिणाम हो रहा है. कुछ वर्ष पहले गॉगल्स खरीददारी का ट्रेंड हुआ करता था. धूप का मौसम आरंभ होते ही युवा दुकान में आकर गॉगल्स खरीदता था. वह क्रेज अब कम हो गया है.
ऑनलाइन मंगाई गई फ्रेम कुछ ही दिनों में खराब हो जाती है. उसे कही भी सुधारा नहीं जा सकता. ऑनलाइन भेजकर ही सुधार किया जा सकता है. हम जोखिम नहीं उठाना चाहते लेकिन ऑनलाइन के कारण बिक्री पर परिणाम होकर मुनाफा कम हो गया है. इसके कारण आय कम हो गई है.