राकां प्रमुख की चेतावनी के बाद अजीत पवार गुट नहीं लगाएगा शरद पवार का फोटो.

राकां प्रमुख की चेतावनी के बाद अजीत पवार गुट नहीं लगाएगा शरद पवार का फोटो.

एनसीपी को तोड़ कर राज्य की शिंदे- फडणवीस सरकार में शामिल होने वाले अजीत पवार गुट ने अब अपने बैनर पर शरद पवार का फोटो न लगाने का निर्णय लिया है. शरद पवार से बगावत करने वाले एनसीपी की नेता व मंत्री के साथ उनके पदाधिकारी हर जगह पवार की तस्वीरें लगा रहे थे. सूत्रों के अनुसार इस मामले में स्वयं शरद पवार द्वारा कोर्ट में जाने की चेतावनी देने के बाद अजीत गुट ने अपने कार्यकर्ताओं को पवार का फोटो न इस्तेमाल किए जाने का निर्देश दिया है.

एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने अजीत गुट को चेतावनी दी थी कि अगर बैनर, पोस्टर और होर्डिंग्स पर मेरी तस्वीर का इस्तेमाल किया गया तो मैं उन्हें कोर्ट में ले जाऊंगा. पवार की चेतावनी को डीसीएम अजीत गुट ने गंभीरता से लिया है. बताया गया कि अजीत पवार की बीड में होने वाली सभा के टीजर में शरद पवार के फोटो का इस्तेमाल नहीं किया गया है. इस पर अमल की शुरुआत हो गई.

अजित पवार गुट में शामिल होने वाले योगेश क्षीरसागर के मंच पर लगे बड़े बैनर पर शरद पवार की कोई तस्वीर नहीं दिखाई दी. शरद पवार के समर्थकों का कहना है, कि अजीत पवार गुट के लोग फोटो शरद पवार की लगाते हैं, परंतु मंच से मोदी की तारीफे करते है. इस कारण इंडिया आघाड़ी दलों में पवार को लेकर गलत संदेश जा रहा है. यही नहीं बल्कि अजीत पवार गुट के नेता शरद पवार पर निशाना भी साधते हैं.

पवार की आलोचना नहीं कर सकते : उधर अजीत पवार गुट के वरिष्ठ नेता प्रफुल्ल पटेल ने एक बार फिर कहा कि शरद पवार हमारे भगवान हैं. हम उनकी आलोचना कभी कर ही नहीं सकते. उन्होंने अपने नेताओं व कार्यकर्ताओं को नसीहत देते हुए कहा कि किसी को न पवार के खिलाफ बोलना चाहिए और न ही उनके खिलाफ कुछ सुनना चाहिए. भंडारा में एनसीपी कार्यकर्ताओं की बैठक में शरद पवार की तस्वीर वाले बैनर लगे थे.

उसपर उन्होंने बात साफ़ की. उधर एनसीपी के नेता व मंत्री छगन भुजबल ने शरद पवार द्वारा कोर्ट जाने की चेतावनी पर तंज कसा और कहा कि ऐसा पहली बार हो रहा है, जब फोटो लगाए जाने पर चेतावनी दी जा रही है.

शरद पवार के उठाए गए सवालों पर 27 August को बीड में अजीत पवार की उत्तर सभा.

राका अध्यक्ष शरद पवार के बाद अब अजीत पवार की 27 अगस्त को बीड में उत्तर सभा आयोजित की गई है. इस सभा की तैयारियों को लेकर अजीत ने अपने गुट के नेताओं के साथ बैठक की है. शरद पवार द्वारा उठाए गए सवालों का जवाब देने के लिए भी मंथन किया गया. ऐसे में यह देखना दिलचस्प है कि छोटे पवार बीड की सभा में किन मुद्दों को उठाते हैं. बीड का इलाका अजीत गुट के विधायक व कृषि मंत्री धनंजय मुंडे का गढ़ माना जाता है.

चुनाव के करीब बीड के विकास के लिए मंत्रालय में अहम बैठक.

बीड में शरद पवार की सभा के बाद कृषि मंत्री मुंडे की मुश्किलें बढ़ गई हैं. मुंडे अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले अपनी स्थिति को मजबूत करना चाहते हैं, ताकि अपनी विधायकी को बचाया जा सके. शरद पवार ने बीड के परली विधानसभा से कभी मुंडे के करीबी रहे बबन गिते को मैदान में उतारने का प्लान बनाया है. ऐसे में अब उन्होंने चुनाव से पहले इस क्षेत्र के विकास कार्यों को लेकर डिप्टी सीएम अजीत पवार की अध्यक्षता में गुरुवार को मंत्रालय में बैठक की. इसमें बीड जिले में विकास कार्यों, सूखे की स्थिति, विभिन्न प्रस्तावित जल परियोजनाओं, बिजली आपूर्ति और अन्य समस्याओं के संबंध में स्थायी उपाय करने पर ज़ोर दिया गया.

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