जिला परिषद भर्ती महाराष्ट्र, 14 लाख आवेदनों से सरकार के खाते में आये 145 करोड.
जिला परिषद भर्ती महाराष्ट्र : राज्य के ग्रामीण विकास विभाग के अंतर्गत राज्य की 34 जिला परिषदों में समूह ‘क’ में सरल सेवा के 18 संवर्गों में करीब 19 हजार 460 पदों को भरने के लिए विज्ञापन जारी किया गया है.इसके लिए यदि कोई उम्मीदवार तीन से पांच कैडर के लिए आवेदन करना चाहता है, जिसके लिए वह पात्र है, तो उसे लगभग पांच हजार रुपये का परीक्षा शुल्क देना होगा.
आम बेरोजगार युवक यह फीस वहन करने में सक्षम नहीं हैं और सरकार की इसे लूटने वाली कहकर आलोचना की जा रही है. जानकारी के अनुसार जिला परिषद के विभिन्न पदों के लिए अब तक 14 लाख अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है और सरकार को 145 करोड़ का राजस्व प्राप्त हुआ है. शिंदे-फडणवीस सरकार ने देश की आजादी के अमृत महोत्सव वर्ष के मौके पर सरकारी विभागों में 75 हजार पदोंपर भर्ती करने का फैसला किया है.
तदनुसार, तलाथी भर्ती प्रक्रिया चल रही है और अब जिला परिषदों में रिक्तियों के लिए आवेदन आमंत्रित किए गए हैं. आवेदन की अवधि 5 से 25 अगस्त तक थी. आवेदनों की जांच की जाएगी और परीक्षा आयोजित की जाएगी. अभ्यर्थियों की संख्या को देखते हुए एक-दो दिन में परीक्षा कराना असंभव है.
विदर्भ के 54.21 प्रश युवा बेरोजगार.
एक सरकारी आंकड़े के मुताबिक जहा तक विदर्भ की बात करे तो विदर्भ की जनता गरीबी से परेशान है और युवा बेरोज़गार है.राज्य के अन्य इलाकों की तुलना में विदर्भ में प्रति व्यक्ति मासिक आय महज 1673 रुपए जबकि राज्य में प्रति व्यक्ति मासिक आय 2117 रुपए है.विदर्भ की 27 प्रतिशत जनता गरीब है और 54.21 प्रतिशत युवा बेरोज़गार है.
जिला परिषद भर्ती : पटवारी के बाद जिप पदों की भर्ती.
जिन अभ्यर्थियों ने जिला परिषद के लिए आवेदन किया है, उनकी परीक्षा कम से कम आठ दिन में कराई जाएगी. पटवारी भर्ती के बाद अब जिला परिषद भर्ती में भी यह तथ्य सामने आ गया है कि राज्य में शिक्षित बेरोजगारी काफी बढ़ गई है. एक जगह फेल होने के बाद वही अभ्यर्थी दोबारा दूसरे पद के लिए आवेदन कर रहा है. इस तरह एक उम्मीदवार को केवल 8 से 10 हजार रुपये आवेदन शुल्क का भुगतान करना होगा.