वर्धा जिले के नदी-नाले उफान पर.

वर्धा जिले के नदी-नाले उफान पर.

वर्धा : ज़ोरदार बारिश के कारण कई मार्ग बंद रहे, लगातार प्रकल्पों से छोड़ा जा रहा है पानी.

शनिवार व रविवार को हुई धुआंधार बारिश से जिले के नदी और नाले उफान पर बह रहे हैं. जलस्तर बढ़ने से पुल के ऊपर से पानी बहने के कारण कई मार्ग परिवहन के लिए बंद रहे थे. खेतों में भी बारिश से जलभराव हो गया. भारी वर्षा से जनजीवन प्रभावित हो गया था. प्रकल्पों में जलस्तर बढ़ने से पानी छोड़ा गया. धुआंधार बारिश के कारण नदी और नालों का जलस्तर बढ़ने से पुल के ऊपर से पानी बहने लगा.

 

परिणामवश जिले के कई मार्गों का परिवहन प्रभावित रहा, वर्धा तहसील के मदनी में धाम नदी में बाढ़ आने से उक्त मार्ग बंद रखा गया था. निंबा-झुनका मार्ग पोथरा प्रकल्प ओवरफ्लो के कारण बंद रहा. इसके अलावा करंजी (भोगे) से पुजई, पवनी, सोंडलापुर मार्ग की यातायात प्रभावित रही, समुद्रपुर तहसील के नंदोरी – वासी मार्ग बाढ़ के कारण बंद रहा, हिंगनघाट तहसील के यशोदा नदी की बाढ़ का पानी अलमडोह बस स्टैंड तक पहुंच गया था, परिणामवश अलमडोह-अल्लीपुर मार्ग बंद रहा, मदनी-दिदोडा पुल के ऊपर से धाम नदी का पानी बहने के कारण मार्ग बंद रहा, समुद्रपुर तहसील के वाघाडी नाले में बाढ़ आने से शेडगांव-वर्धा मार्ग काफी समय तक बंद रहा.

जामठा का पुल हो गया है क्षतिग्रस्त.

जोरदार वर्षा के कारण देवली तहसील में बोपापुर-दिघी मार्ग का पुल ढह गया. इसके अलावा अन्य ठिकानों पर भी पुल ढहने से मार्ग का आवागमन पूरी तरह से बंद हो गया है और  वर्धा तहसील के सेलुकाटे से कुरझडी जामठा का पुल क्षतिग्रस्त हो गया. जिले के लाल नाला प्रकल्प के 5 गेट 20 अगस्त की सुबह 7 30 सेंमी से खोल दिए गए. परिणामवश लाल नाला, पोथरा नदी, वर्धा नदी का जलस्तर बढ़ने से तटीय गांवों में सतर्कता बरतने की चेतावनी प्रशासन ने दी है.

इसके अलावा 20 अगस्त की दोपहर 5 बजे बोर प्रकल्प के 7 गेट 30 सेंमी खोल दिये गए थे. इससे बोर नदी पात्र का जलस्तर बढ़ गया है. वणा नदी का जलस्तर बढ़ने से पानी श्मशानभूमि तक पहुंच गया था. इससे फिर से बस्ती में पानी घुसने का डर बना हुआ है. कुछ गांवों तक बाढ़ का पानी पहुंच गया था.




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