Jamat e Islami Hind Yavatmal
उपरोक्त वक्तव्य प्रसिद्ध लेखक व इतिहासकार Ashok Kumar Pandey ने स्मृति पर्व प्रतिष्ठान तथा जमाअते इस्लामी हिंद यवतमाल के संयुक्त तत्त्ववधान मे आयोजित परिसंवाद मे दिया. दरअसल शुक्रवार के दिन शहर के चर्चित आज़ाद मैदान मे शाम 7 बजे से मूलनिवासियो की समस्या भारत से लेकर फिलिस्तीन तक इस शीर्षक के तहत भव्य परिचर्चा का आयोजन किया गया था.
इस अवसर पर अतिथि वक्ता के रूप मे इतिहासकार अशोक कुमार पाण्डेय तथा समारोपीय भाषण के लिए मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के प्रवक्ता क़ासिम रसूल इल्यास को आमंत्रित किया गया था अपने बेबाक वक्तव्यओ के लिए हमेशा विवादों मे रहने वाले इतिहासकार अशोक कुमार पाण्डेय ने अपने अतिथि भाषण मे विस्तार से फिलिस्तीन के इतिहास पर तथ्यों के साथ प्रकाश डाला और कहा की इज़राईल अरबो की ज़मीन पर घुसपैठिया है जिसने षड्यंत्र के माध्यम से फिलिस्तीन के मूल निवासियों की घर व मकान पर कब्ज़ा किया है.
दुर्भाग्य की बात है जो वैश्विक ताकते खुद को मानवधिकारों का चैंपियन कहती है वो इज़राइल के इस अन्यायकारी खुली धांधली पर चुप्पी साधे हुए है. परिचर्चा मे यवतमाल शहर के सभी समाज के लोगो ने अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई. कार्यक्रम का आरंभ परंपरा के अनुसार क़ुरान पठन से किया गया. जिसके बाद कार्यक्रम की प्रस्तावना को उत्कृष्ट विचारवंत नौशाद उस्मान ने प्रस्तुत किया.
जिसमे आपने कहा की फिलिस्तीन और इज़राईल के बीच जारी जंग की गोदी मिडिया की रिपोर्टिंग से देश मे सांप्रदायिक माहौल को हवा दी जा रही है जब की देश के अधिकांश लोगो को गाज़ा व इज़राईल विवाद का वास्तविक इतिहास मालूम ही नहीं है. अध्यक्षीय भाषण मे क़ासिम रसूल इल्यास ने कहा की अमेरिका व यूरोप के नापाक समर्थन से इज़राईल ने मासूम फिलिस्तिनियों पर सदी का सबसे बड़ा ज़ुल्म किया है.
परिचर्चा का सूत्र संचालन काज़ी निज़ामोद्दीन ने किया तथा आभार प्रदर्शन फसीह उररहमान काशिफ ने पेश किया. इस प्रबोधन सत्र को सफल बनाने के लिए संगठन के स्थानीय अध्यक्ष सैय्यद शहाबुद्दीन तथा सदस्यगण अयाज़ खान, अलीमोद्दीन काज़ी, अनवरुल हसन, जावेद खान,हनीफ शेख,वसिम खान, रियाज़ हुसैन सिद्दीकी, डॉ अबरार इत्यादि ने अथक परिश्रम किया.