Dhangar Reservation: आदिवासी समाज की Maharashta में श्रंखलाबद्ध आंदोलन की चेतावनी.

Dhangar Reservation: आदिवासी समाज की Maharashta में श्रंखलाबद्ध आंदोलन की चेतावनी.

Dhangar Reservation: आदिवासी समाज संगठन पदाधिकारी एवं समाज के नागरिकों ने धनगरों को आदिवासी समाज का आरक्षण न देने की मांग को लेकर Maharashta के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नाम का ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा ज्ञापन में बताया कि धनगर और धनगड़ दोनों अलग-अलग जातियां हैं, जबकि टाटा इंस्टीट्यूट फॉर साइंस ने महाराष्ट्र सरकार को स्पष्ट और विस्तृत रिपोर्ट दी है कि धनगरों को अनुसूचित जनजाति आरक्षण दिया जा सकता है.

धनगर समाज को अनुसूचित जनजाति आरक्षण की मांग गलत है. आदिवासी समाज रीति-रिवाज, संस्कृति, वेशभूषा, जीवनशैली, रहन-सहन के साथ ही विशिष्ट बोलीभाषा वाला समाज है, धनगर समाज का रहन-सहन, रीति-रिवाज एवं परंपरा आदिवासी समाज से मेल नहीं खाती है.

ज्ञापन सौंपते समय संगीता पुसाम, छाया टेकाम, शामराव उईके, अर्चना मडावी, वाई.सी. भोयर, मुकेश इनवाते, प्रमिला सिंद्राम, नीलकंठ चिचाम, रजनी उईके, देवराव वडगाये, डिलेश्वरी मरस्कोल्हे, वाई.आर. कडम, संजय धुर्वे, विवेक धुर्वे, राजकुमार गेडाम, पंकज चौधरी, सुरेश परतेती, रामसिंह पंधरे, संतोष मडावी, अंबरलाल मडावी, नेशनल आदिवासी पीपल महिला फेडरेशन, बिरसा फाइटर नैशनल आदिवासी पीपल फेडरेशन, आदिवासी हलबा / हलबी कर्मचारी संगठन, ढाकणी बिरसा मुंडा संगठन, ढाकणी आदिवासी महासभा, रावणवाड़ी आदिवासी एकता समिति, बिरसा ब्रिगेड संगठन, आदिवासी विद्यार्थी संगठन, गोंडवाना मित्रमंडल, आदिवासी समाज संगठन एवं जिले के विविध आदिवासी संगठन के सदस्य पदाधिकारी उपस्थित थे. धनगर समाज को आदिवासी समाज में आरक्षण दिए जाने पर पूरे महाराष्ट्र में श्रंखलाबद्ध आंदोलन की चेतावनी भी दी गई है.

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