पांढरकवड़ा में डेंगू ने मचाया आतंक, स्वास्थ्य विभाग सतर्क.
पांढरकवड़ा: डेंगू, मलेरिया और अन्य संक्रामक बीमारियां शहर और ग्रामीण क्षेत्रों सहित तहसील में भी तेजी से बढ़ रही हैं. लेकिन स्वास्थ्य विभाग द्वारा तत्काल उपाय करने के प्रयास किए जा रहे हैं. डेंगू एडीज मच्छर के माध्यम से फैलता है और इस मच्छर की उत्पत्ति साफ पानी के जलाशयों, हीजों, पानी की टंकियों, कूलरों, फूलदानों, नारियल के छिलके, डिब्बे, बोतलें, प्लास्टिक के कंटेनर, खाली बर्तन, टायर, निर्माण जलाशयों में होती है.
इसके लक्षण डेंगू में बुखार, गंभीर सिरदर्द, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द, आंखों के अंदर दर्द, शरीर पर चकत्ते आना और शरीर में सफेद रक्त कोशिकाओं की संख्या में कमी होना शामिल हैं, जिन स्थानों पर डेंगू के मरीज मिल रहे हैं, वहां स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा रोजाना सर्वे किया जा रहा है. गांव से चयनित रक्त के नमूनों को परीक्षण के लिए मेडिकल कॉलेज भेजा जा रहा है.
स्वास्थ्य विभाग का अनुरोध ‘सावधानी बरते नागरिक.
तहसील में इस समय संक्रामक बीमारियां तेजी से फैल रही है और इसके रोकथाम के लिए नागरिकों ने अपने परिसर को साफ रखना जरुरी है. तहसील स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. संजय मडावी ने लोगों से घर के पास नालियों में जमा पानी को निकालने, गोबर के ढेरों को गांव से बाहर ले जाने, सोते समय मच्छरदानी का उपयोग करने, पूरे शरीर को ढकने वाले कपड़े पहनने, स्वस्थ रहने के लिए नियमित व्यायम करने की अपील की है.